रविवार, 12 अप्रैल 2009

सनातन के नियम

सनातन हे इस में कोई झूठ ही नही हे तो इसके कुछ नियम ही हों गे /जेसे सनातन सूर्य प्रति दिन समय से उगता और डूबता हे /ऋतू परिवर्तन माया का खेल होता हे सूर्य की चमक कम नही होती /सोना तो सोना ही रहे गा चाहे उस का स्क्रेप ही क्यों नाबना दिया जावे उस की कीमत कम नही आंकी जा सकती और अगर लोहे का स्क्रेप बना दिया जवे तो उस का कोई मूल्य नही रहता / (शेष)

4 टिप्‍पणियां:

  1. भाई! इस जमाने में लोहे के स्कैप की भी बहुत कीमत है...:)

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  2. पंडित डी.के .शर्मा जी नमश्कार ,शर्मा जी ,मजाक तो आप भी बहुत अछा कर लेते हे ,एक रति लोहे का स्क्रेप मुफ्त में मिल जाता हे ,परन्तु इतने ही सोने की कीमत बहुत भारी हो जाती हे /इसी तरह प्रत्यक्ष देखने में परमात्मा जिसे हम लोगों जेसे विद्वान ब्रह्मिनो ने लोहे का स्क्रेप समझा वास्तव में वही तो असली सोना हे ,कलयुगी गुरु जो भवसागर पार करवाने की डींगें हाकते हे लोहे का स्क्रेप नही तो और क्या कहें जायं गे ,सोना तो इश्वर ही हे जो इस भवसागर के पार लगते हें ,असली नकली की पहिचान तो जगत के गुरु ब्रह्मिण ने ही करवानी हे बाकि जो अडे सो झडे अर्थात जो खोजे वही पाए

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  3. bhndu, snatn ka aek niym yh bhi he 'muhbt hoti he aek se hjaron se nhi ,roshni hoti he chand se sitaron se nhi ?chand ki roshni dikhai deti he pr amawsya ke din hjaron tare mil kr bhi utni roshni nhi kr pate

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