शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2009







सदा दीप जलाते रहो
मन से दिवाली माते रहो
जिस दिन किसी गरीब के घर
खुशी का दीप जला आओ गे
उसी दिन असली
दीपावली मना पाओगे
आओ किसी दुखियारे का दुःख देख के दुख को हटाने का प्रयास करें
इक आश का दीप उस के मन में जला आयें

रविवार, 12 अप्रैल 2009

सनातन के नियम

सनातन हे इस में कोई झूठ ही नही हे तो इसके कुछ नियम ही हों गे /जेसे सनातन सूर्य प्रति दिन समय से उगता और डूबता हे /ऋतू परिवर्तन माया का खेल होता हे सूर्य की चमक कम नही होती /सोना तो सोना ही रहे गा चाहे उस का स्क्रेप ही क्यों नाबना दिया जावे उस की कीमत कम नही आंकी जा सकती और अगर लोहे का स्क्रेप बना दिया जवे तो उस का कोई मूल्य नही रहता / (शेष)